6 दिसंबर 2025, नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी घरेलू विमानन कंपनी, इंडिगो (IndiGo), एक अभूतपूर्व क्रू सदस्य संकट (Crew shortage) से जूझ रही है, जिसके चलते बीते पाँच दिनों में 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द हो चुकी हैं। यह संकट अब हवाई यात्रियों के लिए एक गंभीर 'ट्रैवल नाइटमेयर' में बदल गया है, जिससे न केवल मुंबई जैसे प्रमुख एयरपोर्ट पर अफरातफरी मची है, बल्कि अन्य रूटों पर हवाई टिकटों के दाम में करीब 10 गुना तक की भयानक वृद्धि दर्ज की गई है।
मुंबई एयरपोर्ट 'बंद': पाँचवें दिन सबसे बड़ा झटका
इंडिगो के लिए शनिवार (पाँचवाँ दिन) सबसे बड़ा झटका लेकर आया। मुंबई एयरपोर्ट (Mumbai Airport) से उड़ान भरने वाली इंडिगो की सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं। मुंबई से रोज़ाना 100 से अधिक इंडिगो की उड़ानें रवाना होती हैं। क्रू सदस्यों की भारी कमी के कारण यह निर्णय लिया गया, जिसने हजारों यात्रियों को अधर में छोड़ दिया। इस बड़े संकट की जड़ें पायलटों, फ्लाइट अटेंडेंटों और ग्राउंड स्टाफ की भीषण कमी में हैं, जिसके कारण फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (FDTL) मानदंडों का पालन करना असंभव हो गया है। एयरलाइन का परिचालन शेड्यूल क्रू उपलब्धता से कहीं आगे निकल गया है।
प्रमुख रूटों पर भी असर, किराए में बेतहाशा वृद्धि
संकट केवल मुंबई तक सीमित नहीं है। तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे से भी 3 घरेलू उड़ानें रद्द हुईं, जबकि अहमदाबाद एयरपोर्ट पर 6 दिसंबर की रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक 7 आगमन और 12 प्रस्थान उड़ानें रद्द की गईं। उड़ानों के रद्द होने का सीधा असर बाज़ार पर पड़ा है। तत्काल यात्रा करने वाले यात्रियों को अन्य एयरलाइंस के टिकटों के लिए 10 गुना तक अधिक किराया चुकाना पड़ रहा है, जिससे आम यात्रियों के लिए हवाई यात्रा एक विलासिता बन गई है। "मेरी अहमदाबाद की तत्काल फ्लाइट रद्द हो गई। आखिरी मिनट में दूसरी एयरलाइन का टिकट 25,000 रुपये में मिला, जबकि सामान्य दिनों में यह 3,000 रुपये से 4,000 रुपये के बीच होता है।" - एक प्रभावित यात्री ने बताया।
सरकार सख्त: उच्च स्तरीय समिति गठित
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री, राम मोहन नायडू किंजरापु, ने इस गंभीर स्थिति पर तत्काल संज्ञान लिया है। उन्होंने अपनी तत्काल प्राथमिकता "सामान्य स्थिति बहाल करना और यात्रियों को सभी प्रकार की सहायता प्रदान करना" बताया। मंत्री ने घोषणा की कि मंत्रालय इस पूरे मामले की गहनता से जांच करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर रहा है। मंत्री किंजरापु ने कहा, "हमने एक समिति बनाई है जो इस पूरे मामले की जांच करेगी ताकि पता चल सके कि कहां गड़बड़ी हुई और किसने गलती की। हम सुनिश्चित करेंगे कि सभी एयरलाइंस उचित सावधानी बरतें। इस मामले को यूं ही नहीं छोड़ा जाएगा, और जो भी इसके लिए जिम्मेदार होगा, उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।"
रेलवे का 'बैकअप प्लान'
इंडिगो संकट के मद्देनज़र, रेलवे ने एक बड़ा ऐलान किया है। यात्रियों को राहत देने के लिए, राजधानी समेत 37 प्रमुख ट्रेनों में 116 अतिरिक्त कोच बढ़ाए गए हैं। यह पहल उन यात्रियों के लिए एक बड़ा सहारा साबित हो सकती है, जिनकी उड़ानें अचानक रद्द हो गई हैं और उन्हें तत्काल यात्रा करनी है। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने भी इस बीच एअर इंडिया (Air India) से अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ाने की अपील की है, ताकि हवाई यात्रा की क्षमता बढ़ाई जा सके और किराए में हो रही बेतहाशा वृद्धि पर लगाम लगाई जा सके। इंडिगो को अब न केवल अपनी परिचालन विश्वसनीयता (Operational Reliability) को तुरंत बहाल करना होगा, बल्कि कर्मचारियों की कमी के मूल कारणों को भी दूर करना होगा, ताकि देश में हवाई यात्रा का भविष्य पटरी पर बना रहे।